
क्या आप जानते हैं क्रिकेट के इतिहास में पहली गुगली कब फेंकी गईं?
मौजूदा दौर में खेले जा रहे क्रिकेट में गेंदबाजों के पास काफी विकल्प हैं। इनका उपयोग वो बल्लेबाजों को परेशान करने के लिए करते हैं। कई तरह की बॉल करवाने की काबिलियत आज के वक्त में हर गेंदबाज पास मिल जाएगी। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने भी बॉलर्स को कुछ हद तक कलाई घुमाने की छूट दे रखी है, लेकिन आज से 121 वर्ष पहले ये सोचना भी मुमकिन नहीं था कि कोई गेंदबाज ट्रेडिशनल गेंदों के अलावा भी कोई और गेंद फेंक सकता है। आज ही के दिन 20 जुलाई 1900 को इंग्लैंड के लेग स्पिनर बर्नार्ड बोसैंक्वुएट (Bernard Bosanquet) ने यह कारनामा कर दिखाया था।
लिस्टरशायर के खिलाफ खेले गए काउंटी मैच में बर्नार्ड ने सैमुएल कोए को अपनी गुगली गेंद पर पहली दफा आउट किया था। आपको बता दें कि ट्रेडिशनल लेग स्पिन दाएं हाथ के बल्लेबाज के बल्ले से बाहर की ओर निकलती हैं। वहीँ, गुगली बॉल ट्रेडिशनल लेग स्पिन से उल्टी दिशा में घूमती है और दाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए अंदर की ओर आती है। जिस तरह ट्रेडिशनल ऑफ स्पिनर की बॉल आती है। इस बॉल को कोए समझ नहीं पाए और स्टंप हो गए। उस वक़्त कोए 98 रन बनाकर खेल रहे थे। कोए ने इस बात का अंदाजा नहीं लगाया था कि कोई बॉलर इस तरह की भी बॉल डाल सकता है।
बर्नार्ड बोसैंक्वुएट (Bernard Bosanquet) कौन थे?
बर्नार्ड ( Bernard) इंग्लैंड के लेग स्पिनर थे जो काउंटी क्रिकेट में मिडिलसेक्स टीम से खेलते थे। बर्नार्ड ने जिस मैच में गुगली बॉल डाली थी उसी मैच की दोनों पारियों में शतक लगाकर उन्होंने अपनी काउंटी टीम को जीत दिलाई थी। लिस्टरशायर ने पहली पारी में 184 रन बनाए। इसके जवाब में बर्नार्ड के बनाए 136 रनों की मदद से मिडिलसेक्स ने 224 रन बनाए। वहीँ, लिस्टरशायर ने दूसरी पारी में खेलते हुए 342 रन ठोक दिए।
304 रन के मिले लक्ष्य को मिडिलसेक्स ने बर्नार्ड के बनाए 139 रनों की मदद से 5 विकेट से जीत हासिल कर ली। बर्नार्ड ही वह पहले गेंदबाज बने हैं, जिन्होंने पहली बार गुगली गेंद का उपयोग किया था। इस वजह से वह गुगली के जनक भी कहे जाने लगे। हालांकि मौजूदा दौर में हर लेग स्पिनर गुगली को एक हथियार के रूप में उपयोग में ले रहा है। वहीं, बल्लेबाजों ने भी अपनी तकनीक के सहारे गुगली का तोड़ निकाल लिया है।
गुगली बॉल कैसे डाली जाती है?
गुगली बॉल डालने के लिए गेंदबाज को काफी अभ्यास और धैर्य की जरूरत पड़ती है। एक लेग स्पिनर गुगली बॉल डालते वक्त अपने हाथ को नॉर्मल स्पीड के मुकाबले तेजी से घुमाता है, साथ ही कलाई की पोजीशन भी मैदान से 180 डिग्री के कोण पर रखता है। साथ ही सीम का भी ध्यान रखता है तब जाकर गुगली बॉल फेंकी जाती हैं।
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