
वर्चुअल रोटरी डिस्ट्रिक्ट कॉन्फ़्रेंस में ट्रांसपोर्ट मंत्री, नितिन गडकरी ने बड़ा ऐलान किया है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत में कारमेकर्स के लिये फ़्लेक्स फ़्यूल इंजन (Flex Fuel Engine) अनिवार्य किये जा सकते हैं.
फ़्लेक्स फ़्यूल इंजन 100 प्रतिशत पेट्रोल या 100 प्रतिशत इथानॉल (Ethanol) पर चलते हैं. ब्राज़ील, अमेरिका, कनाडा जैसे देशों में ये फ़्यूल मिलता है. इसे बायोफ़्यूल (Biofuel) भी कहा जाता है. बायोफ़्यूल अल्कॉहॉल (Alcohol) का प्योर फ़ॉर्म है और ये गन्ना आदि से बनाया जाता है.
नहीं होंगे पेट्रोल-डीज़ल इंजन?

कॉन्फ़्रेंस में गडकरी ने कहा, “मैं ट्रांसपोर्ट मंत्री हूं, मैं इंडस्ट्री को ऑर्डर इश्यू करूंगा कि सिर्फ़ पेट्रोल इंजन नहीं होंगे, फ़्लेक्स फ़्यूल इंजन भी होंगे. लोगों को पास 100 प्रतिशत क्रूड ऑयल या 100 प्रतिशत इथानॉल इस्तेमाल करने की चॉइस होगी.”
पेट्रोल में 8.5 प्रतिशत इथानॉल
गडकरी ने ये भी कहा कि अभी एक लीटर पेट्रोल में 8.5 प्रतिशत इथनॉल मिलाया जाता है, 2014 में ये 1 प्रतिशत था. इथनॉल की ख़रीददारी भी 38 करोड़ लीटर से बढ़कर 320 करोड़ लीटर हो गई है.

प्रदूषण होगा कम
इथनॉल, पेट्रोल से बेहतर फ़्यूल है. इसके इस्तेमाल से प्रदूषण भी कम होता है. हमारे देश में मकई, चीनी और गेहूं की पैदावार ज़्यादा है. कई बार खाद्दान्नों को रखने की जगह भी नहीं होती. ज़्यादा अन्न को बायोफ़्यूल में बदला जा सकता है. कुछ दिनों पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अगले पांच साल यानि 2025 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत इथनॉल मिलाने का टारगेट पूरा करने की घोषणा की थी.
केन्द्र सरकार ने पिछले साल, 2022 तक 1 लीटर पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथानॉल ब्लेंड करने का टारगेट रखा था. प्रेस कॉन्फ़्रेंस में गडकरी ने कहा कि इथानॉल की क़ीमत 60-62 रुपये प्रति लीटर होगी. देश में कई जगहों पर 1 लीटर पेट्रोल की क़ीमत 100 रुपये है. देश में बायोफ़्यूल आ जाने से हमारे पैसे बचेंगे.
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