fbpx

Unlock 1 के 25 वें (25 June 2020) दिन की सभी बड़ी खबरे

भारत में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के एक दिन में सर्वाधिक करीब 17,000 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की कुल संख्या 4.73 लाख हो गई है जबकि इस संक्रमण से जान गंवाने वालों की कुल संख्या 15000 के करीब पहुंच गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार एक दिन में सर्वाधिक 16,922 नये मामले सामने आने के बाद देश में संक्रमितों की संख्या 4,73,105 हो गई है जबकि 418 और लोगों की मौत के साथ मृतकों की कुल संख्या 14,894 पर पहुंच गई है।

गुजरात में निजी लैब में 2500 में होगी जांच

गुजरात सरकार ने नागरिकों को राहत देते हुये गुरुवार को निजी प्रयोगशालाओं में कोविड—19 जांच शुल्क को घटा कर चार हजार रुपये से 2500 कर दिया है। इस घोषणा से दस दिन पहले वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने दावा किया था कि गुजरात में विभिन्न राज्यों की अपेक्षा निजी प्रयोगशालाओं में कोविड—19 जांच महंगी है। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने बताया कि सरकार की ओर से अधिकृत प्रयोगशालायें अब कोविड—19 जांच के लिये चार हजार रुपये के बदले 2500 रुपये लेंगी। पटेल ने कहा कि नया शुल्क जल्दी ही प्रभावी होगा। उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति डाक्टर की पर्ची के साथ अगर प्रयोगशाला में जाता है तो उसे 2500 रुपये अदा करना होगा और अगर वह प्रयोगशाला सहायक को नमूना एकत्र करने के लिये अपने घर बुलाता है तो उसे तीन हजार रुपये देने होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से अधिकृत शुल्क से अधिक अगर कोई निजी प्रयोगशाला वसूल करती है तो उसका लाइसेंस रद्द कर दिया जायेगा। इस बीच सरकार की घोषणा पर प्रतिक्रिया देते हुये विपक्ष के नेता परेश धनानी ने कहा कि कोरोना वायरस जांच के लिये लोगों से एक हजार रुपये से अधिक वसूल नहीं किया जाना चाहिये। इससे पहले 15 जून को एक ट्वीट में राज्यसभा सांसद अहमद पटेल ने पूछा था कि अहमदाबाद के निजी लैब कोरोना वायरस जांच के लिये क्यों 4500 रुपये वसूल कर रहे हैं जबकि मुंबई में यह दर 2200 रुपये है।

छत्तीसगढ़ में यात्री बसों के संचालन की अनुमति

छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य में यात्री बसों के संचालन की अनुमति दे दी है। वहीं शर्तों के साथ राज्य में क्लब, शॉपिंग माल, रेस्टोरेंट और होटलों को खोला जाएगा। राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार ने आम जनता की आवश्यकता और सुविधा को देखते हुए राज्य के भीतर तथा अंतर-जिला आवागमन के लिए यात्री बसों के संचालन की अनुमति दे दी है। राज्य शासन ने यात्री बसों के परिचालन के दौरान कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए शासन द्वारा जारी दिशानिर्देशों और सुरक्षा मानकों का पूरी तरह पालन करने का निर्देश दिया है। अधिकारियों ने बताया कि परिवहन आयुक्त ने राज्य में यात्री बसों के संचालन के संबंध में अवगत कराया है कि प्राधिकार द्वारा जारी अनुज्ञा पत्र में बताये गये समय-चक्र तथा फेरे के अनुसार यात्री बसों की संचालन की अनुमति होगी। इसी तरह यात्री बसों के संचालन में प्राधिकार द्वारा जारी अनुज्ञा पत्र के समस्त शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा। उन्होंने बताया कि केवल निर्धारित ठहराव पर ही बसें रूकेंगी। यात्रा के दौरान बसों के चालक, परिचालक तथा समस्त यात्रियों को चेहरे पर मास्क अनिवार्य रूप से लगाना होगा। परिचालक के द्वारा यात्रियों के बस में चढ़ते अथवा बैठते और उतरते समय सामाजिक दूरी बनाये रखने का पालन करना होगा। अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों को यात्रा के दौरान ई-पास प्राप्त करने की बाध्यता नहीं रहेगी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने जनसामान्य की सुविधा और व्यावसायियों की मांग को देखते हुए राज्य में क्लबों, शॉपिंग माल, रेस्टोरेंट और होटलों को शर्तों के अधीन संचालन की अनुमति देने का निर्णय लिया है। सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव कमलप्रीत सिंह ने इन संस्थानों के संचालन के संबंध में आदेश जारी किया है। आदेश के अनुसार क्लबों, शॉपिंग माल, रेस्टोरेंट, होटल संचालन के लिए पूर्व निर्धारित अनुमति तथा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग भारत सरकार द्वारा जारी एसओपी की शर्तों का पालन करना अनिवार्य होगा। सिनेमा हॉल, जिम, स्वीमिंग पूल, मनोरंजन पार्क, थिएटर, बार और ऑडिटोरियम एसेम्बली हॉल तथा इस प्रकार के अन्य स्थान बंद रहेंगे। जारी आदेश के तहत शॉपिंग माल के भीतर गेमिंग आरकेड, बच्चों के लिए ‘प्ले एरिया’ बंद रहेगा। इसी तरह स्पोर्टिंग काम्पलेक्स और स्टेडियम में केवल खेल गतिविधियां संचालित हो सकेंगी। दर्शकों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। भीड़-भाड़ वाले सार्वजनिक आयोजनों पर पूर्वानुसार प्रतिबंध जारी रहेगा। आदेश के अनुसार किसी क्षेत्र के निरूद्ध क्षेत्र घोषित होने की दशा में शासन द्वारा निरूद्ध जोन में केवल जरूरी सेवाओं की अनुमति होने के संबंध में जारी निर्देश प्रभावी होंगे तथा अतिरिक्त अनुमति प्राप्त गतिविधियों को करने की अनुमति निरूद्ध क्षेत्र में नहीं होगी।

संक्रमितों के ठीक होने की दर 64 प्रतिशत

उत्तर प्रदेश के वित्त, संसदीय कार्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बृहस्पतिवार को कहा कि पूरे प्रदेश में लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने का ही परिणाम है कि सरकार कोरोना वायरस के प्रभाव को रोकने में बहुत अधिक सफल रही है। स्वरूपरानी नेहरू (एसआरएन) चिकित्सालय में कोविड-19 मरीजों के लिए चिकित्सा सुविधा का जायजा लेने आए मंत्री ने कहा, “उत्तर प्रदेश के मुकाबले छोटे-छोटे कई राज्यों में कोरोना के मरीजों की संख्या भी ज्यादा है और स्वस्थ होने की दर (रिकवरी रेट) भी उत्तर प्रदेश से कम है। आज हमारा रिकवरी रेट 64 प्रतिशत है और मात्र 6400 कोरोना के संक्रमित मरीज हैं, जबकि 600 लोगों की मृत्यु हुई है।” एसआरएन में मीडिया से बातचीत में मंत्री ने कहा, “सरकार ने सख्ती से लॉकडाउन का पालन सुनिश्चित किया। अब मैं मीडिया के माध्यम से लोगों से अपील करूंगा कि वे कोरोना वायरस को हराने के लिए उचित दूरी बनाएं, मास्क का उपयोग करें और स्वच्छता का पूरा ख्याल रखें।” खन्ना ने बताया कि आज उन्होंने बांदा में भी इसी तरह का निरीक्षण किया। इससे पहले उन्होंने कानपुर, झांसी, मेरठ, गाजियाबाद और मुरादाबाद का दौरा कर वहां कोविड-19 मरीजों को दी जा रही चिकित्सा सुविधाओं का जायजा लिया।

तमिलनाडु में कोविड-19 के 3,509 नए मामले

तमिलनाडु में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 3,509 नए मामले सामने आए जो एक दिन में अब तक सामने आए सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही 45 और लोगों की मौत हो गई। राज्य में अब संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 70,977 तथा मृतकों की संख्या 911 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग ने एक बुलेटिन में कहा कि नए मामलों में से 1,834 मामले चेन्नई से हैं जो राजधानी में आज की तारीख तक एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। राज्य में संक्रमण के कुल 70,977 मामलों में से राजधानी चेन्नई में 47,650 मामले हैं। इसने कहा कि मौत के 45 मामलों में से 42 लोग पहले से ही किसी न किसी अन्य बीमारी से पीड़ित थे। राज्य में अभी 30,064 लोगों का उपचार चल रहा है और 39,999 लोग ठीक हो चुके हैं।

भाजपा विधायक के पांच कर्मी संक्रमित

तेलंगाना में भाजपा विधायक राजा सिंह ने बृहस्पतिवार को कहा कि उनके पांच कर्मचारी (दो चालक और तीन सुरक्षाकर्मी) कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं और पांच अन्य की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। विधायक ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार दावा कर रही है कि कोविड-19 का परिणाम 48 घंटे के भीतर आ जाता है लेकिन पांच दिन होने के बाद भी उनके कर्मी की रिपोर्ट अब तक नहीं आई है। उन्होंने कहा, ”मैं मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव और स्वास्थ्य मंत्री ई. राजेंद्र से आग्रह करता हूं कि अगर कोई पुलिसकर्मी या सुरक्षाकर्मी कोरोना वायरस जांच से गुजरता है तो उसकी रिपोर्ट 48 घंटे के भीतर बता दी जानिए चाहिए।’’ उन्होंने एक वीडियो संदेश में कहा, ”अन्यथा कर्मी और उनके परिवारवाले चिंतित रहेंगे।’’ उन्होंने सांसद, विधायक और विधानपार्षदों और अन्य जन प्रतिनिधियों से अपील की है कि वे अपने सुरक्षाकर्मियों को तत्काल जांच कराने के लिए कहें और इस दौरान कर्मियों को परिणाम आने तक अपने परिवार से दूर रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनके एक सुरक्षाकर्मी के संक्रमित पाए जाने के बाद उन्होंने जांच कराई थी, जिनमें उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।

बिहार में कोरोना वायरस से 56 लोगों की मौत

बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पिछले 24 घंटे के दौरान एक और व्यक्ति की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या 56 पहुंच गई। राज्य में इससे संक्रमित मामलों की संख्या बढ़कर 8381 हो गयी है। स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोरोना वायरस संक्रमण से पिछले 24 घंटे के दौरान पटना में एक व्यक्ति की मौत के साथ प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वाले मरीजों की संख्या बढकर 56 हो गयी। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण से अब तक जिन 56 लोगों की मौत हो चुकी है उनमें से दरभंगा, पटना एवं सारण में 05—05, बेगूसराय में 04, खगडिया, नालंदा एवं वैशाली में 03—03, भोजपुर, गया, जहानाबाद, मुजफ्फरपुर, नवादा, समस्तीपुर, सीतामढी एवं सिवान में दो—दो तथा अररिया, औरंगाबाद, भागलपुर, जमुई, कटिहार, मधेपुरा, मधुबनी, मुंगेर, पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, रोहतास एवं शिवहर जिले में एक—एक मरीज की मौत हुई है। बिहार में पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना वायरस संक्रमण के 201 नए मामले प्रकाश में आने के साथ प्रदेश में बृहस्पतिवार को इस रोग से संक्रमण के मामलों की संख्या बढकर 8381 हो गयी। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक प्रकाश में आए 8381 मामलों में से पटना के 508, सिवान के 399, मधुबनी के 394, भागलपुर के 382, बेगूसराय के 364, मुंगेर के 321, रोहतास के 320, समस्तीपुर के 301, खगडिया के 296, दरभंगा के 277, कटिहार के 272, पूर्णिया के 270, मुजफ्फरपुर के 252, जहानाबाद, बांका एवं गोपालगंज के 223—223, सुपौल के 222, नवादा के 219, बक्सर के 208, नालंदा के 194, औरंगाबाद के 188, सारण के 187, गया के 184, पूर्वी चंपारण के 174, मधेपुरा के 168, भोजपुर के 165, सहरसा के 159, कैमूर के 149, किशनगंज के 146, वैशाली के 140, पश्चिम चंपारण के 147, शेखपुरा के 133, सीतामढी के 130, अररिया के 103, लखीसराय के 97, अरवल के 96, शिवहर के 78 तथा जमुई जिले के 61 मामले शामिल हैं। बिहार में अब तक 1,81,737 नमूनों की जांच की जा चुकी है और कोरोना वायरस संक्रमित 6480 मरीज ठीक हुए हैं।

एंटीजेन जांच कराएगी महाराष्ट्र सरकार

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बृहस्पतिवार को कहा कि राज्य सरकार एंटीजेन जांच करवाएगी जिससे चौबीस घंटे की बजाय एक घंटे में ही कोविड-19 जांच के नतीजे मिल जाएंगे। टोपे ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य में जल्द ही एक लाख एंटीजेन जांच उपकरण उपलब्ध कराए जाएंगे। उन्होंने कहा, “खरीदारी के आदेश दे दिए गए हैं। अग्रिम मोर्चे पर कोविड-19 से मुकाबला कर रहे आवश्यक सेवा कर्मियों, स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस और अन्य लोगों की जांच को प्राथमिकता दी जाएगी।” राज्य सरकार ने रैपिड एंटीबाडी जांच कराने का भी निर्णय किया है जिसके उपकरण दक्षिण कोरियाई कंपनी द्वारा मुहैया कराए जा रहे हैं। टोपे ने कहा, “इससे यह जानने में आसानी होगी कि कोई व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है या नहीं।”

कोविड देखभाल केंद्र नहीं जाना होगा

दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों को घर पर पृथक रहने या अस्पताल में भर्ती होने के संबंध में क्लीनिकल आकलन के लिये कोविड देखभाल केंद्र नहीं जाना होगा। सिसोदिया ने राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एसडीएमए) की बैठक के बाद यह कहा। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों के कोविड देखभाल केंद्र जाने की जरूरत के बारे में केंद्र के आदेश को बैठक में वापस लेने का फैसला किया गया। सिसोदिया ने कहा कि जिन लोगों के भी रैपिड जांच में कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि होगी, उनका मौके पर ही मेडिकल अधिकारी क्लीनिकल आकलन करेंगे। उन्होंने कहा कि आरटी-पीसीआर जांच में जिनके संक्रमित होने की पुष्टि होगी, उनकी हालत का आकलन जिला निगरानी अधिकारी द्वारा भेजी गई टीम करेगी। आम आदमी पार्टी के नेता ने कहा कि दिल्ली में कोविड-19 के मरीज को घर पर ही पृथक रखना काफी सफल रहा है और इस प्रणाली के तहत कोविड-19 के करीब 30,000 मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं।

आंध्र प्रदेश में 553 नये मामले सामने आए

आंध्र प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 553 नये मामले सामने आए जिसके साथ कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 10,884 हो गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के मुताबिक कोविड-19 से सात और लोगों की मौत के साथ राज्य में महामारी से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 136 हो गई है। बुलेटिन के मुताबिक कुर्नूल, कृष्णा और गुंटूर जिले में दो-दो लोगों की मौत हुई जबकि पूर्वी गोदावरी में एक व्यक्ति की मौत दर्ज हुई है। स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि इस अवधि में संक्रमण मुक्त हो चुके 118 लोगों को राज्य के विभिन्न अस्पतालों में छुट्टी दी गई। बुलेटिन के मुताबिक आंध्र प्रदेश में 4,988 मरीज संक्रमण मुक्त हो चुके हैं जबकि 5,760 मरीजों का उपचार चल रहा है। विभाग ने बताया कि राज्य में सामने आए कुल 10,884 मामलों में 8,783 मरीज स्थानीय हैं जबकि 1,730 मरीज दूसरे राज्यों से लौटें हैं। वहीं 371 संक्रमित विदेश से लौटे हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक राज्य में अब तक 7,69,319 नमूनों की जांच की गई है जो प्रति दस लाख आबादी पर 14,407 है।

हर्षवर्धन ने ऐप की शुरुआत की

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने बृहस्पतिवार को एक मोबाइल ऐप की शुरूआत की। इस ऐप के जरिए खासकर कोरोना वायरस महामारी के दौरान जरूरत पड़ने पर ‘सुरक्षित रक्त’ तक लोगों की आसानी से पहुंच हो सकेगी। अधिकारियों ने बताया कि डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के तहत सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ एडवांस्ड कम्प्यूटिंग (सीडीएसी) की ई-रक्तकोष टीम द्वारा तैयार ऐप से इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की रक्त सेवाओं तक एक मंच से पहुंच होगी और पारदर्शिता बढ़ेगी। हर्षवर्धन ने कहा, ‘‘पिछले कुछ महीने में कई लोगों ने मुझसे शिकायत की थी कि सुरक्षित रक्त हासिल करने में उन्हें कठिनाइयां हो रही हैं। कुछ लोगों को उनके परिवारों में चिकित्सकीय स्थिति के कारण नियमित तौर पर रक्त से जुड़ी सेवाओं की जरूरत होती है । इस ऐप के जरिए एक समय चार यूनिट खून का अनुरोध किया जा सकता है और इसे लेने वाले व्यक्ति के लिए रक्त बैंक 12 घंटे इंतजार करेगा।’’ स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, ‘‘ऐसे समय जब देश महामारी का सामना कर रहा है, यह ऐप खून की जरूरत वाले सभी लोगों को राहत प्रदान करेगा।’’ इस ऐप के जरिए लोग दिल्ली में इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी (आईआरसीएस) के राष्ट्रीय मुख्यालय में रक्त की उपलब्धता के बारे में जान पाएंगे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ऐप के जरिए एक बार अनुरोध करने पर रक्त बैंक के राष्ट्रीय मुख्यालय को ई-रक्तकोष के डैसबोर्ड में खून के लिए मांग की गयी यूनिट का पता चलेगा और तय समय के भीतर इससे आपूर्ति सुनिश्चित होगी। अधिकारियों ने बताया कि ऐप के जरिए देश में रेड क्रॉस के दूसरे रक्त बैंक में उपलब्ध रक्त का भी पता चलेगा। रक्त दान करने वालों को भी निर्धारित स्थान या कैंप के बारे में इससे जानकारी मिलेगी। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से रक्तदान की अपील करते हुए कहा कि 65 साल से कम उम्र का कोई भी व्यक्ति साल में चार बार खून दे सकता है। उन्होंने कहा कि महामारी के दौरान सरकार के साथ ही आईआरसीएस भी सुरक्षित खून की समुचित आपूर्ति बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। रक्त दान के कैंप लगाने के लिए खून देने वालों को पास भी जारी किया गया है। देश में आईआरसीएस के सभी 89 रक्त बैंक और 1,100 शाखाओं के जरिए लॉकडाउन के दौरान एक लाख यूनिट खून का संग्रहण हुआ।

ऑनलाइन प्रशिक्षण में पंजीकरण कराया

कार्मिक मामलों के राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह ने बृहस्पतिवार को बताया कि कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ प्रभावी लड़ाई की क्षमता विकसित करने के लिए 25 लाख से ज्यादा अधिकारियों ने ऑनलाइन प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपना पंजीकरण कराया है। समेकित सरकारी ऑनलाइन प्रशिक्षण (आईजीओटी) को केन्द्र सरकार ने विकसित किया है ताकि महामारी उन्मूलन में जुड़े स्वास्थ्यकर्मियों की क्षमता को बेहतर बनाया जा सके। एक कार्यक्रम में मंत्री ने कहा कि अभी तक 25 लाख से ज्यादा अधिकारियों ने आईजीओटी में पंजीकरण कराया है। इसमें व्यक्ति को महामारी उन्मूलन का उचित प्रशिक्षण दिया जाएगा। सिंह ने कहा कि यह प्रशिक्षण एक आईएएस अधिकारी को कोरोना योद्धा बनने में मदद करेगा। कार्यक्रम में सिंह ने आईएएस सिविल सूची-2020 और उसका ईलेक्ट्रॉनिक संस्करण भी जारी किया। विभाग की ओर से जारी बयान में उन्होंने कहा कि यह सूची सही काम के लिए सही अधिकारी के चयन में मदद करेगी और आम जनता भी देख और जान सकेगी कि किस पद पर बैठा व्यक्ति कौन और कैसा है। बयान के मुताबिक यह आईएएस सिविल सूची का 65वां संस्करण है और तस्वीरों के साथ दूसरी बार इसका ई-संस्करण जारी किया गया है। इसमें सभी राज्यों के सभी कैडर के अधिकारी शामिल हैं। मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, इस सूची में प्रत्येक अधिकारी का नाम, तस्वीर, बैच, कैडर राज्य, वर्तमान नियुक्ति, वेतन-भत्ता, शिक्षा और अन्य चीजें शामिल होंगी।

महाराष्ट्र में 28 जून से खुलेंगे हेयर सैलून

कोरोना वायरस महामारी को नियंत्रण में करने के लिए लागू लॉकडाउन की वजह से पिछले तीन महीने से महाराष्ट्र में सैलूनों के दरवाजे बंद पड़े थे लेकिन अब 28 जून से सभी हेयर सैलून को खोलने की मंजूरी दी जा रही है। राज्य आपदा एवं पुनर्वास मंत्री विजय वड्डेटीवार ने कहा कि बृहस्पतिवार को राज्य मंत्रिमंडल के बैठक के दौरान मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे मानक संचालन प्रक्रिया के तहत स्वच्छता और सफाई के पालन के साथ सैलूनों को खोले जाने की मंजूरी देने पर सहमत हो गए। उन्होंने कहा कि सैलून फिर खुल सकेंगे। हालांकि सैलूनों में काम करने वाले कर्मी और ग्राहक दोनों के लिए मास्क पहनना और सेनिटाइजर का इस्तेमाल अनिवार्य है। वहीं एक तौलिये का इस्तेमाल दूसरे ग्राहक के लिए किया जाना भी मना है। मंत्री ने वीडियो संदेश में कहा कि सैलूनों का संचालन करने वालों की मांग थी कि या तो उन्हें कारोबार की मंजूरी दी जाए या सरकार उन्हें आर्थिक पैकेज मुहैया कराए। वड्डेटीवार ने कहा कि पिछले तीन महीनें में वित्तीय संकटों का सामना करने की वजह से कम से कम 12 नाइयों ने आत्महत्या कर ली। इसी बीच एक सवाल के जवाब में मुंबई शहर के गार्डियन मंत्री असलम शेख ने कहा कि जिम और सैलून राज्य में जल्द खोले जाएंगे।

पहली तिमाही में पांच प्रतिशत गिरी अमेरिका की जीडीपी

अमेरिका की अर्थव्यवस्था के आकार में पहली तिमाही के दौरान पांच प्रतिशत की गिरावट आयी है। कोरोना वायरस महामारी के कारण दूसरी तिमाही में अमेरिका की जीडीपी में इससे अधिक गिरावट आने की आशंका है। अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने बृहस्पतिवार को बताया कि जनवरी-मार्च तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में गिरावट एक महीने पहले किये गये अनुमान के अनुकूल है। यह वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान 2008 की चौथी तिमाही में आयी गिरावट के बाद अमेरिकी की जीडीपी में किसी भी तिमाही में आयी सबसे बड़ी गिरावट है। वर्ष 2008 की चौथी तिमाही में अमेरिका की जीडीपी में 8.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। मार्च तिमाही के आंकड़ों में कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन से प्रभावित महज दो सप्ताह ही शामिल हैं। ऐसे में अर्थशास्त्रियों को दूसरी तिमाही यानी अप्रैल-जून की अवधि में पहली तिमाही की तुलना में काफी अधिक लगभग 30 प्रतिशत की गिरावट की आशंकाएं हैं।

अफ्रीका में संक्रमितों की संख्या 336,000 पहुंची

अफ्रीका में कोरोना वायरस महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। यहां बुधवार शाम तक संक्रमण के 10,000 नए मामले सामने आने के बाद कुल संक्रमितों की संख्या 336,000 से पार चली गई है। अफ्रीका रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र ने यह आंकड़ा जारी किया है। इतनी ज्यादा संख्या में आंकड़े बढ़ने के पीछे एक दिन में दक्षिण अफ्रीका में आए 5,688 नए मामले हैं। अफ्रीका सीडीसी प्रमुख ने कहा कि 54 देशों वाले इस महाद्वीप में महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है जबकि कुछ देशों में अब भी जांच उपकरणों और चिकित्सा उपकरणों की कमी है। इस महाद्वीप पर अब तक कुल 40 लाख जांच हुई हैं जबकि यहां की आबादी 1.3 अरब है और उसके लिहाज से जांच वाला आंकड़ा संतोषजनक नहीं है। अफ्रीका में घनी जनसंख्या वाले देशों में से एक नाइजीरिया में अब तक 22,000 से ज्यादा मामले सामने आए हैं जबकि ऐसी चिंता है कि यहां इससे ज्यादा मामले होंगे जो दर्ज नहीं हुए हैं।

Like, Share and Subscribe

Leave a Reply

Your email address will not be published.Required fields are marked *