चीन अगर लोकतांत्रिक देश होता तो इस तरह के विवाद नहीं होते
चीन का लोकतंत्र की दिशा में बढ़ने को बाध्य होना विश्व के लिए एक शुभ समाचार होता। चीन यदि लोकतांत्रिक देश होता तो आज तिब्बत की यह दशा न होती। भारत के साथ गढ़े गए सीमा विवाद न होते। ‘पंचशील’ समझौते का सम्मान होता।