नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी घटना के बाद देश का माहौल गरम है और हर कोई चीन को सबक सिखाने की मांग कर रहा है। इस मुद्दे पर आज पीएम मोदी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमें कांग्रेस, टीएमसी, एनसीपी समेत 15 राजनीतिक दल शामिल हुए। सोमवार रात को हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जांबाज शहीद हुए थे। इस बैठक में सभी पार्टी के नेताओं ने कहा कि हम सरकार और देश के जांबाजों के साथ मजबूती से खड़े हैं। और हम सरकार के द्वारा भविष्य में उठाए जानेवाले हर कदम का समर्थन करते हैं।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वदलीय बैठक में ऐसी बात कही जिसे सुनकर हर भारतीय का सीनी गर्व से चौड़ा हो जाएगा। उन्होंने गलवान घाटी में शहीद हुए 20 सैनिकों के शौर्य का जिक्र करते हुए कहा कि हमारे सैनिक वीरगति प्राप्त करने से पहले भारत माता की तरफ आंखों उठाने वालों को जीवनभर का सबक सिखा गए। पीएम ने कहा, ‘लद्दाख में हमारे 20 जांबाज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आँख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।’
पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन की तरफ से वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) के अतिक्रमण को लेकर भी स्थिति स्पष्ट की और कहा कि भारत की सीमा में चीन का एक भी सैनिक नहीं है। उन्होंने कहा, ‘न वहां कोई हमारी सीमा में घुसा हुआ है, न ही हमारी कोई पोस्ट किसी दूसरे के कब्जे में है।’ पीएम ने कहा कि जल-थल-नभ में हमारी सेनाओं को देश की रक्षा के लिए जो करना है, वो कर रही हैं। मोदी ने कहा कि आज हमारे पास यह क्षमता है कि कोई भी हमारी एक इंच जमीन की तरफ आंख उठाकर भी नहीं देख सकता।
मौजूदा विवाद की पृष्ठभूमि पर बात करते हुए पीएम ने कहा कि बीते वर्षों में देश ने अपनी सीमाओं को सुरक्षित करने के लिए बॉर्डर एरिया में इन्फ्रास्ट्रक्चर डिवेलपमेंट को प्राथमिकता दी है। नए बने हुए इन्फ्रास्ट्रक्चर की वजह से खासकर एलएसी में अब हमारी पेट्रोलिंग की क्षमता भी बढ़ गई है। उन्होंने कहा, ‘हमारी सेनाओं की दूसरी आवश्यकताओं, जैसे फाइटर प्लेन्स, आधुनिक हेलीकॉप्टर, मिसाइल डिफेंस सिस्टम आदि पर भी हमने बल दिया है। पेट्रोलिंग बढ़ने की वजह से अब सतर्कता बढ़ी है और एलएसी पर हो रही गतिविधियों के बारे में भी समय पर पता चलता है।’
पीएम ने कहा कि जिन क्षेत्रों पर पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान अच्छी तरह से निगरानी कर पा रहे हैं, हालात के मुताबिक कदम उठा रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘इस कारण जिन क्षेत्रों पर पहले बहुत नजर नहीं रहती थी, अब वहां भी हमारे जवान अच्छी तरह से मॉनिटर कर पा रहे हैं। अब तक जिनको कोई पूछता नहीं था, कोई रोकता-टोकता नहीं था, अब हमारे जवान डगर-डगर पर उन्हें रोकते हैं, टोकते हैं तो तनाव बढ़ता है।’