राहुल गांधी के बयानों की वजह से सर्वदलीय बैठक में नाराज दिखे शरद पवार, सोनिया गांधी के सामने कहा कुछ ऐसा…
चीन के साथ सीमा विवाद के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में शामिल टीएमसी, बीजेडी, शिवसेना, टीआरएस समेत सभी राजनीतिक पार्टियों ने एकसुर में सरकार का समर्थन किया और कहा कि हम सरकार और देश के जांबाजों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
उधर महाराष्ट्र सरकार में शिवसेना के सहयोगी दल एनसीपी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के प्रति अपना समर्थन जताया। इसके साथ ही एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने चीन के सामने सैनिकों को निहत्थे भेजे जाने के राहुल गांधी के सवाल पर उन्हें आईना भी दिखाया।
देश के रक्षा मंत्री रह चुके शरद पवार ने कहा कि सैनिक कब-कहां हथियार के साथ रहेंगे और कहां नहीं, यह अंतरराष्ट्रीय समझौतों के मुताबिक तय होता है।
सूत्रों की मानें तो पवार ने कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर कुछ भी बोलते वक्त लोगों को सावधानी बरतनी चाहिए। बड़ी बात यह है कि पवार खुद रक्षा मंत्री रह चुके हैं और जब वह बोल रहे थे तब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मीटिंग में मौजूद थीं।
शिवसेना प्रमुख ने किया पीएम मोदी का पूरजोर समर्थन
बैठक में बीजेपी से अलग होकर महाराष्ट्र में सरकार बनाने वाले शिवसेना प्रमुख ने मोदी सरकार पर भरोसा जताया और कहा कि हमारी सरकार ‘आंखें निकालकर हाथ में देने’ की क्षमता रखती है।
शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम सब एक हैं। हम सब प्रधानमंत्री मोदी के साथ मजबूती से खड़े हैं। हम अपनी देश की सेना और उनके परिवार के साथ खड़े हैं। भारत शांति चाहता है, इसका मतलब यह नहीं है कि हम कमजोर हैं। उन्होंने कहा, ‘चीन हमेशा से धोखेबाज रहा है। भारत मजबूत है, मजबूर नहीं है। हमारी सरकार आंखें निकालकर हाथ में दे देने की क्षमता रखती है।’