परमबीर सिंह की चिट्ठी को लेकर महाराष्ट्र में राजनीतिक बवाल मचा हुआ है। भाजपा ने शरद पवार और उद्धव ठाकरे की चुप्पी पर सवाल उठाए थे। इसके बाद शरद पवार ने आखिरकार मीडिया में आकर अपनी बात रखी। शरद पवार ने कहा कि जब परमबीर सिंह के खिलाफ कार्रवाई हुई तब उन्होंने यह आरोप लगाएं। पवार ने साफ तौर पर कहा कि पूरे मामले की जांच के लिए सीएम उद्धव ठाकरे के पास पूरा अधिकार है। इस बारे में फैसला सीएम ही लेंगे। पवार ने कहा कि गृह मंत्री के इस्तीफे पर सीएम उद्धव ठाकरे विचार करेंगे
उन्होंने कहा कि सचिन वाजे को फिर से बहाल हमने या मुख्यमंत्री या फिर गृह मंत्री ने नहीं किया बल्कि परमबीर सिंह ने ही की थी। हालांकि शरद पवार ने यह भी माना कि गृह मंत्री अनिल देशमुख पर लगाए गए आरोप गंभीर है लेकिन उसके कोई भी प्रमाण नहीं मिल रहे हैं। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा कि सरकार के अस्तित्व पर इस मामले का कोई असर नहीं होगा। उन्होंने कहा कि परमबीर से एंटीलिया कार में मिले विस्फोटक के मामले में बातचीत हुई थी। विपक्ष का काम है आरोप लगाना। पवार ने कहा कि उद्धव ठाकरे को परमबीर सिंह के दावों की जांच कराने में मदद के लिए पूर्व आईपीएस अधिकारी जूलियो रिबेरो की मदद लेने का सुझाव दूंगा।