परमबीर सिंह की SC में याचिका, देशमुख के घर लगे CCTV की जांच की मांग

महाराष्ट्र का सियासी घमासान बढ़ता जा रहा है। राज्य के गृह मंत्री पर 100 करोड़ वसूली के आरोपों के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि अनिल देशमुख की पद से छुट्टी हो सकती है। लेकिन आज महा अघाड़ी नेता शरद पवार ने साफ कर दिया कि देशमुख को हटाए जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता है। उल्टे पवार ने मुंबई पुलिस कमिश्नर के आरोपों को गलत करार दिया। जिसके बाद परमबीर सिंह ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। सिंह ने अपनी याचिका में आरोपो की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। अर्जी में देशमुख पर लगाए आरोपों की जांच की मांग की है। इसके साथ ही परमबीर सिंह ने देशमुख के घर लगे सीसीटीवी की जांच की मांग की है।
पवार ने वाजे से मुलाकात की बात को गलत बताया
आज सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि पूर्व कमिश्नर के पत्र में उन्होंने जिक्र किया है कि फरवरी महीने में उन्हें कुछ अधिकारियों से गृह मंत्री के फलां निर्देशों की जानकारी मिली थी, 6 से 16 फरवरी तक देशमुख कोरोना की वजह से अस्पताल में भर्ती थे। एटीएस मेन केस में सही दिशा में जा रही है, जांच की दिशा भटकाने की कोशिश की जा रही है और अब सच सामने आ रहा है। इसके साथ ही पवार ने कहा कि जिस मंत्री के बारे में आरोप था, उनकी उस समय की स्थिति साफ हो गई है और ऐसी परिस्थिति में उनके इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता।
बीजेपी ने दावे पर उठाए सवाल
शरद पवार इधर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देशमुख का बचाव कर रहे थे उधर बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने अनिल देशमुख का 15 फरवरी का एक ट्वीट शेयर किया है। इसके साथ ही लिखा कि शरद पवार ने दावा किया है कि अनिल देशमुख 5-15 फरवरी अस्पताल में भर्ती थे और 16-27 फरवरी तक क्वारंटीन थे। लेकिन 15 फरवरी को अनिल देशमुख ने प्रेस कॉवफ्रेंस की थी।